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Author name: Rahul Shekhawat

Reflections

शाम की चाय कैसी है?

“शाम की चाय अक्सर बता देती है कि आज दिन कैसा रहा।” हाथों में जकड़ा वो भरा प्याला, ऊपर से थोड़ा सा खाली, अक्सर जवाब इसी के कहीं बीच में छुपा होता है। खैर, मेरी आज की चाय मीठी है। सामने बैठा शख्स भी शायद यही आज़मा रहा है। मेरे बायीं ओर से एक हवा […]

Society & Culture

ईश्वर — एक प्रश्न, एक खोज

“मनुष्य के मन में सदियों से यह प्रश्न गूंज रहा है — क्या ईश्वर है?” प्रश्न का आरम्भ यह ऐसा सवाल है, जिसका उत्तर हर युग में, हर व्यक्ति ने अपनी-अपनी बुद्धि और आस्थाओं के आधार पर देने की कोशिश की। परंतु क्या वे स्वयं आज अपने ही उत्तर पर विश्वास रखते हैं? अगर रखते

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